गर्मी के मौसम में बच्चों को डायरिया होने का खतरा

 

-बच्चों को डायरिया से बचाने पर दें ध्यान

लखीसराय-
मौसम में बढ़ रहे तापमान ने हर किसी के लिए जिना दुर्लभ कर दिया है खासकर के बच्चों के लिए .इस तरह के मौसम में डायरिया का खतरा अत्यधिक बढ़ जाता है .उसका कारण है गर्मी से होने वाले निर्जलीकरण और बैक्टीरिया या वायरस के संक्रमण शामिल हैं. गर्मी के कारण भोजन में बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं, जिससे भोजन जनित बीमारियाँ होने का खतरा बढ़ जाता है. गंदे पानी का सेवन भी डायरिया का एक प्रमुख कारण हो सकता है. इसलिए अपने सकत अपने बच्चों पर भी खास ध्यान देने की जरुरत है .इस बात की जानकारी देते हुए अपर मुख्य चिकित्सा पधिकारी डॉ अशोक कुमार भारती ने बताया कि इस बीमारी का कारण बैक्ट्रीरिया और वायरस से होने वाला संक्रमण है. प्रदूषित खानपान, बासी भोजन, साबुन से हाथ नहीं धोना, साफ पेयजल का इस्तेमाल नहीं करना आदि डायरिया की वजह हैं. डायरिया होने पर पेट मरोड़ व दर्द के साथ दस्त व उल्टी होती है. कभी कभी मल में खून या म्यूकस भी आने की शिकायत हो सकती है. डायरिया पीड़ित को इस दौरान तेज बुखार, सिरदर्द और हाथ व पेरों में दर्द होता है. चूंकि दस्त के कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है इसलिए मरीज को तरल पदार्थ जरूर दिया जाना चाहिए.

डॉ भारती ने बताया शरीर में पानी की कमी के लक्षणों की पहचान इस तरहसे कर सकते हैं.गला सूखना व मुंह में सूखापन, कमजोरी और सुस्ती का एहसास, गाढ़े रंग का पेशाब होना, बहुत कम पेशाब होना , अत्यधिक प्यास लगन चक्कर आना इत्यादी .
जब शरीर में पानी की कमी हो निम्न तरीका अपनायें:
• पर्याप्त मात्रा में पानी पियें.
• नारियल पानी पीना लाभप्रद है.
• ओआरएस का इस्तेमाल करें.
• चिकित्सक की सलाह से आवश्यक दवाई लें.
• पानी को उबाल कर ठंडा कर लें और पियें.
• अधपके खाद्य पदार्थों, कटे और खुले फलों से परहेज.
• फलों व सब्जियों को अच्छी तरह धो कर इस्तेमाल.
नवजात व छोटे बच्चों का इस तरह रखें ध्यान:
नवजात व दूध पीते छोटे बच्चों में डायरिया की समस्या की रोकथाम के लिए उनका नियमित स्तनपान कराया जाना जरूरी है. इसके अलावा इसका भी पालन अवश्य रूप से करें.
• ओआरएस का घोल बना कर छोटे छोटे घूंट में पिलायें.
• वॉशरूम के इस्तेमाल के बाद मां साबुन से हाथ धोएं
• बच्चे के नियमित स्तनपान व संतुलित आहार का ध्यान रखें.
• आवश्यक होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जायें.
डायरिया की रोकथाम के लिए आशा एवं आंगनबाड़ी सेविकाओं की मदद ली जा सकती है. उनके पास ओआरएस व जिंक की गोली मौजूद होती है। इसका सेवन डायरिया को रोकता है।

रिपोर्टर

  • Dr. Rajesh Kumar
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