राष्ट्रीय वेदांग सम्मान समारोह में राष्ट्र शक्ति यज्ञ का भव्य आयोजन, विद्वानों व पुजारियों को किया गया सम्मानित

नई दिल्ली-

वैशाख शुक्ला चतुर्दशी के पावन अवसर पर राजधानी दिल्ली के प्रसिद्ध श्री रघुनाथ मंदिर, कृष्णा नगर में एक भव्य आयोजन का साक्षी बना, जहाँ दिल्ली पुजारी संघ द्वारा राष्ट्र शक्ति संवर्धन यज्ञ और राष्ट्रीय वेदांग सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था और परंपरा का प्रतीक रहा, बल्कि देशभक्ति और सांस्कृतिक मूल्यों का भी प्रेरणास्रोत बना।

इस आयोजन का उद्देश्य वेदांग परंपरा से जुड़े महान आचार्यों, विद्वानों और मंदिर पुजारियों को सम्मानित करना था, जिन्होंने समाज में आध्यात्मिक और सांस्कृतिक चेतना जागृत करने का कार्य किया है। इसके साथ ही राष्ट्र रक्षा के संकल्प को सुदृढ़ करने हेतु राष्ट्र शक्ति संवर्धन यज्ञ का भी आयोजन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और आचार्यों ने भाग लिया।

आयोजन की मुख्य विशेषताएँ
इस भव्य समारोह का आयोजन दिल्ली पुजारी संघ के संरक्षण और मार्गदर्शन में हुआ। संघ के संरक्षक आचार्य शुभेश शर्मन जी, अध्यक्ष आचार्य पंडित श्री गिरधारी लाल शर्मा जी, तथा महासचिव आचार्य तारा दत्त मिश्रा जी इस आयोजन के प्रमुख सूत्रधार रहे। उनके साथ संघ के अन्य प्रमुख सदस्य—आचार्य अंकितानंद गोस्वामी जी, आचार्य ललित शर्मा जी, पंडित मदन मोहन शर्मा जी, पंडित सर्वेश दूबे जी, पंडित हरगोविंद अवस्थी जी, पंडित संतोष आत्मानंद जी, पंडित अमित कटारा जी, और पंडित कुलभूषण जोशी जी—ने पूरी निष्ठा से आयोजन को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई।

यज्ञ और आध्यात्मिक अनुष्ठान
समारोह की शुरुआत राष्ट्र शक्ति संवर्धन यज्ञ से हुई, जिसमें वैदिक मंत्रोच्चारण और आहुति के साथ राष्ट्र कल्याण, धर्म रक्षा और समाजिक सद्भाव की प्रार्थना की गई। यज्ञ का संचालन वरिष्ठ आचार्यों की उपस्थिति में शास्त्रोक्त विधि से हुआ। यज्ञ में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में सहभागिता देखी गई, जिन्होंने देश की अखंडता और शांति हेतु संकल्प लिया।

वेदांग सम्मान और विद्वानों का सत्कार
समारोह का मुख्य आकर्षण रहा राष्ट्रीय वेदांग सम्मान समारोह, जिसमें देश के विभिन्न भागों से आए आचार्य, ज्योतिषाचार्य, संस्कृत विद्वान और मंदिरों के वरिष्ठ पुजारियों को मंच पर आमंत्रित कर सम्मानित किया गया। इन सभी महानुभावों को सम्मान पत्रक, विशेष शील्ड, अंगवस्त्र, और पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया।

सम्मानित विद्वानों में प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:

आचार्य चंद्रशेखर शास्त्री

श्री अरुण बंसल

श्री राजकुमार शास्त्री

श्री ब्रज मोहन शेखड़ी

श्री ब्रज किशोर बृजवासी

श्री लीलाधर गौतम

श्री प्रदीप शर्मा

श्री संजय गौतम

श्री अजय गौतम

श्री दिनेश गौतम

श्रीमती रीमा गौतम

श्रीमती संजू सिंह

श्रीमती आशा रस्तोगी

श्रीमती सपना मेनन

आचार्य मदन जी

श्री योगेश चंद्र त्रिखंडीय

श्री अमित शर्मा जी

इन सभी विभूतियों ने अपने-अपने क्षेत्र में धार्मिक शिक्षा, ज्योतिष विद्या, संस्कृत साहित्य और सामाजिक जागरूकता के माध्यम से महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनका सम्मान करके पुजारी संघ ने इस बात को प्रमाणित किया कि भारतीय संस्कृति में ज्ञान और सेवा का कोई विकल्प नहीं है।

संघ के पदाधिकारियों का संबोधन
समारोह के दौरान दिल्ली पुजारी संघ के महासचिव आचार्य पंडित तारा दत्त मिश्रा जी ने आयोजन की सफलता के लिए सभी सहयोगियों का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा:

"यह आयोजन सिर्फ एक सम्मान समारोह नहीं है, बल्कि यह एक आंदोलन है भारतीय संस्कृति, वेद-व्यास की परंपरा और राष्ट्र की रक्षा के लिए। हमारे वेदांग विद्वान राष्ट्र की आध्यात्मिक रीढ़ हैं। हमें गर्व है कि हमने ऐसे महान लोगों को एक मंच पर लाकर सम्मानित किया।"

संघ के अध्यक्ष आचार्य गिरधारी लाल शर्मा जी ने भी अपने संबोधन में कहा कि यह परंपरा आगे भी निरंतर जारी रहेगी और आने वाली पीढ़ियों को इस गौरवमयी संस्कृति से जोड़ने के लिए ऐसे आयोजनों का क्रमिक विस्तार किया जाएगा।

श्रद्धालुओं और अतिथियों की उपस्थिति
इस आयोजन में बड़ी संख्या में स्थानीय श्रद्धालु, मंदिरों से जुड़े पुजारीगण, युवा स्वयंसेवक, महिलाएं और संस्कृत संस्थानों से जुड़े छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। पूरे आयोजन में अनुशासन, समर्पण और श्रद्धा का अद्भुत संगम देखने को मिला।

वातावरण में वैदिक ध्वनि, पुष्पों की सुवास और भक्तों की आस्था ने श्री रघुनाथ मंदिर परिसर को एक दिव्य ऊर्जा से भर दिया। आयोजकों ने सभी उपस्थित महानुभावों को ससम्मान भोजन प्रसाद भी वितरित किया।

आयोजन की सामाजिक उपयोगिता
ऐसे आयोजनों का उद्देश्य केवल सम्मान देना नहीं होता, बल्कि समाज को एक दिशा देना, सांस्कृतिक चेतना जागृत करना और युवा पीढ़ी को अपने मूल्यों से जोड़ना होता है। "राष्ट्रीय वेदांग सम्मान समारोह" ने यह सिद्ध कर दिया कि भारत की आत्मा अब भी जीवंत है, और उसकी ध्वनि वेदों की ऋचाओं में गूंजती है।

समापन और आभार
कार्यक्रम के अंत में पुजारी संघ की ओर से सभी सहयोगियों, मंच संचालनकर्ताओं, मीडिया प्रतिनिधियों और सेवा में लगे सभी कार्यकर्ताओं का विशेष धन्यवाद किया गया। आचार्य तारा दत्त मिश्रा जी ने विशेष रूप से उन सभी विद्वानों, पुजारियों और समाजसेवियों को धन्यवाद ज्ञापित किया, जिन्होंने इस आयोजन को सफल बनाया।

रिपोर्टर

  • Aishwarya Sinha
    Aishwarya Sinha

    The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News

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