जैव चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन से संबंधित जिलास्तरीय प्रशिक्षण का आयोजन

 

- प्रशिक्षण में कचरा निस्तारण से संबंधित दी गई विस्तृत जानकारी
- जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और प्रखंड गुणवत्ता नोडल पदाधिकारी हुए शामिल

भागलपुर, 01 मार्च-

शहर के एक निजी होटल में बुधवार को जैव चिकित्सा अपशिष्ट (कचरा) प्रबंधन से संबंधित एक दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण का आयोजन हुआ। जिसका उदघाटन सिविल सर्जन डाॅ अंजना कुमारी एवं डॉ प्रशांत कुमार ने संयुक्त रूप से किया। प्रशिक्षण में जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और प्रखंड गुणवत्ता नोडल पदाधिकारी शामिल हुए। प्रशिक्षण के दौरान जिला गुणवत्ता नोडल पदाधिकारी डाॅ प्रशांत कुमार द्वारा मौजूद सभी प्रतिभागियों को कचरा निस्तारण से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गई। जिसमें कचरा निस्तारण को लेकर सरकारी गाइडलाइन, कचरा का सही जगह पर निस्तारण करने समेत अन्य आवश्यक और जरूरी जानकारी दी गई। इस मौके पर डीपीएम (हेल्थ) मणिभूषण झा, रैम मो आरीफ, डैम विकास कुमार आदि मौजूद थे।

- कचरा निस्तारण के मानकों की दी गई जानकारी :
डॉ प्रशांत कुमार ने बताया, प्रशिक्षण के दौरान मौजूद प्रतिभागियों को मेडिकल कचरा की पहचान के साथ-साथ कचरा निस्तारण के मानकों की भी जानकारी विस्तारपूर्वक दी गई। जिसमें बताया गया कि कचरा की पहचान कैसे करनी , कचरा निस्तारण मानक क्या है। कचरा का कैसे और कहाँ निस्तारण करना है, समेत अन्य आवश्यक और जरूरी जानकारी भी दी गई। ताकि कचरा से निस्तारण से किसी प्रकार का प्रदूषण और संक्रमण को बढ़ावा नहीं मिले और मरीजों को कोई असुविधा नहीं हो।

- पर्यावरण को बचाने के लिए सही जगह पर कचरा का निस्तारण करना जरूरी :
डॉ प्रशांत कुमार ने बताया, पर्यावरण को बचाने और मरीजों को सुरक्षित व साफ माहौल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए सही जगह पर मानकों के अनुसार कचरे का निस्तारण करना जरूरी है। इसलिए, प्रशिक्षण के दौरान मौजूद सभी प्रतिभागियों को कचरा निस्तारण से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गई और मानकों के अनुसार ही कचरा निस्तारण कराने को कहा गया।

रिपोर्टर

  • Aishwarya Sinha
    Aishwarya Sinha

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